Rain Bhari Kaari (Maajhi) lyrics
by KK (IND)
रैन भई कारी-कारी, दिन उजियारा
नैया तो देखे नदिया की धारा
हाथ तोरे माझी, सुन
"ज़िंदगी की नैया, नदिया किनारा, नदिया किनारा"
सागर को जाती है, ढूँढे है ये किनारा
दीवानी ये नदी, गाती है हर धारा
सागर को जाती है, ढूँढे है ये किनारा
दीवानी ये नदी, गाती है हर धारा
बहते ही जाना जुस्तजू में किसी की
राहें बनाना, जैसे हो तुम नदी
വള്ളം തോണി, വള്ളം തോണി
വള്ളം തോണി, വള്ളം തോണി
വള്ളം തോണി, വള്ളം തോണി
വള്ളം തോണി, വള്ളം തോണി
सागर को जाती है, ढूँढे है ये किनारा
दीवानी ये नदी, गाती है हर धारा
बहते ही जाना जुस्तजू में किसी की
राहें बनाना, जैसे हो तुम नदी
बहते हुए राहों में कभी
मिले फूलों के संग पत्थर कहीं
बहते हुए राहों में कभी
मिले फूलों के संग पत्थर कहीं
कभी उन्हें बहा के ले चली
कभी तो वो बच के भी चली
मगर ये रुकी ना कभी
सागर को जाती है, ढूँढे है ये किनारा
दीवानी ये नदी, गाती है हर धारा
दिल माझी है, ज़िंदगी है नदी
सपनों की नाव सजते ही चली
दिल माझी है, ज़िंदगी है नदी
सपनों की नाव सजते ही चली
ये हौले-हौले झूलेगी कभी
ये हिचकोले खाएगी कभी
मगर ये टूटे ना कहीं
हाथ तोरे-मोरे माझी, ओ-रे, मोरे, राजा
जिंदगी की नैया, नदिया किनारा
हाथ तोरे-मोरे माझी, ओ-रे, मोरे, राजा
जिंदगी की नैया, नदिया किनारा
हाथ तोरे-मोरे माझी, ओ-रे, मोरे, राजा
जिंदगी की नैया, नदिया किनारा
रैन भई कारी-कारी, दिन उजियारा
नैया तो देखे नदिया की धारा
हाथ तोरे माझी, जिंदगी की नैया, जिंदगी की नैया