Dhak Dhak lyrics

by

Arijit Singh


Internet के ज्ञानी जाने
कौन कबीरा roomie है
Love के funday sunday, monday
पढ़ के चकरी घूमी है

Knowledge सारी हो हर तैयारी हो
पर जब आती है बारी तो
कंपन body में
हलचल जीने में
और फिर सीने में जारी हो

वही धक धक वही धक धक
हुई धक धक हुई धक धक
तेरी धक धक मेरी धक धक
वही knocking, वही locking
वही talking, वही बकबक

वही धक धक यही धक धक
चले धक धक रुके धक धक
कहाँ तक तक यहीं तक तक
कहाँ धक धक यहीं धक धक
वही धक धक रही धक धक
क़यामत से क़यामत से तक
इसी धक धक में है जीना

कोई बोले love लेना है
कोई बोले देना है
Definition इसके लाखों
Definition में ये ना है
Artificial है या original है
उलझन single है सालों से
एक दिन आएगा बच ना पायेगा
अपने दिल की तू तालों से

वही धक धक वही धक धक
हुई धक धक हुई धक धक
तेरी धक धक मेरी धक धक
वही अर्चन वही चकचक

वही फिसलन वही झक झक
वही धक धक यही धक धक
जगी धक धक लगी धक धक
कहाँ तक तक यहीं तक तक
कहाँ धक धक यहीं धक धक
वही धक धक रही धक धक
क़यामत से क़यामत से तक
इसी धक धक में है जीना
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