Mann Jogiya lyrics
by Arijit Singh
[Intro: Arijit Singh]
मन जोगिया-जोगिया, एक तू ही जोग है मेरा
दिल हो गया रोगिया और तू ही रोग है मेरा
मन जोगिया-जोगिया, एक तू ही जोग है मेरा
दिल हो गया रोगिया, और तू ही रोग है मेरा
[Verse 1: Arijit Singh]
उम्र भर मैं तेरी परवाह करूं
के मर जाऊं जो तुझे रुसवा करूं
तू सपने देखे जिन्हें मैं पूरा करूं
के अब तो रब भी है दूजा, पहला है तू
[Chorus: Arijit Singh & Ish*ta Vishwakarma]
नेह का धागा जो लागा यूँ, न तोड़ जाना तू
न छोड़ जाना तू, न छोड़ जाना तू
नेह का धागा जो लागा यूँ, न तोड़ जाना तू
न छोड़ जाना तू, न छोड़ जाना तू
[Verse 2: Arijit Singh & Ish*ta Vishwakarma]
तेरे बिना मैं, मेरे बिना तू जचता नहीं
दिल पे जो नाम और कोई रचता नहीं
तेरे बिना मैं, मेरे बिना तू जचता नहीं
दिल पे जो नाम और कोई रचता नहीं
हाँ संग तेरा जरूरी है, न अब मंजूर दूरी है
मेरे हंसने पे, रोने पे, हक बस है तेरा
[Verse 3: Arijit Singh]
के हर सुबह देखूं मैं चेहरा तेरा
तू सांसें बन जा, मैं धड़कूं दिल की तरह
हाँ मेरी पलकों से ओझल होना तू ना
के तुझको देखे बिना न रह पाऊंगा
[Pre-Chorus: Ish*ta Vishwakarma & Arijit Singh]
मन जोगिया-जोगिया, एक तू ही जोग है मेरा
दिल हो गया रोगिया और तू ही रोग है मेरा
मन जोगिया-जोगिया, एक तू ही जोग है मेरा
दिल हो गया रोगिया, और तू ही रोग है मेरा
[Chorus: Arijit Singh & Ish*ta Vishwakarma]
नेह का धागा जो लागा यूँ, न तोड़ जाना तू
न छोड़ जाना तू, न छोड़ जाना तू
नेह का धागा जो लागा यूँ, न तोड़ जाना तू
न छोड़ जाना तू, न छोड़ जाना तू