Chaman Mein Rah Ke Virana lyrics
by Shamshad Begum
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना
ना जाने क्यूँ बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
ना जाने ज़िंदगी मेरी
ना जाने क्यूँ बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
ना जाने ज़िंदगी मेरी
मैं दिल से बेख़बर, दिल मुझसे ग़ाफ़िल होता जाता है
चमन में रह के वीराना
ये उलझन और ये बेचैनी, ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी
ये उलझन और ये बेचैनी, ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी
मेरा दिल जाने किन तीरों से घायल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना