Boojh Mera Kya Naam Re lyrics
by Shamshad Begum
बूझ मेरा क्या नाम रे, नदी किनारे गाँव रे
पीपल झूमे मोरे आँगना ठंडी-ठंडी छाँव रे
लोग कहे मैं बाँवरी मेरे उलझे-उलझे बाल
लोग कहे मैं बाँवरी मेरे उलझे-उलझे बाल
मेरा काला-काला तिल है, मेरे गोरे-गोरे गाल
मेरा काला-काला तिल है, मेरे गोरे-गोरे गाल
मैं चली जिस गली झूमे सारा गाँव रे
बूझ मेरा क्या नाम रे, नदी किनारे गाँव रे
पीपल झूमे मोरे आँगना ठंडी-ठंडी छाँव रे
आज संभल के देखना बाबूजी हमरी ओर
आज संभल के देखना बाबूजी हमरी ओर
कहीं दिल से लिपट ना जाए लम्बी जुल्फों की डोर
कहीं दिल से लिपट ना जाए लम्बी जुल्फों की डोर
में चली, मनचली सब का मन ललचाऊँ रे
बूझ मेरा क्या नाम रे, नदी किनारे गाँव रे
पीपल झूमे मोरे आँगना ठंडी-ठंडी छाँव रे
दिल वालों के बिच में मेरी अँखियाँ है बदनाम
दिल वालों के बिच में मेरी अँखियाँ है बदनाम
हूँ एक पहेली फिर भी कोई बूझे मेरा नाम
हूँ एक पहेली फिर भी कोई बूझे मेरा नाम
ये चली, ये चली बूझो तो कित जाऊँ रे
बूझ मेरा क्या नाम रे, नदी किनारे गाँव रे
पीपल झूमे मोरे आँगना ठंडी-ठंडी छाँव रे
बूझ मेरा क्या नाम रे, नदी किनारे गाँव रे
पीपल झूमे मोरे आँगना ठंडी-ठंडी छाँव रे