Banke Bahar Aayi Hun lyrics

by

Geeta Dutt



बनके बहार आयी हूँ
लेके करार आयी हूँ
फूंलों की ाँगड़ाईया
तारो की परछाईया
दिल में उतर आयी हूँ
ो बनके बहार आयी हूँ
लेके करार आयी हूँ
फूंलों की ाँगड़ाईया
तारो की परछाईया
दिल में उतर आयी हूँ
ो बनके बहार आयी हूँ

दिन है सुहाने
मिठे ग़म
ग़म के फ़साने
मेरे सपनो में
मेहका चमन
रंगी है ज़माने
छेड़े दिल ने तरने
नाचे मन मोरा होके मगन
हे मस्ती में झुनंति
कलियों को चूंमती
लेके बहरो का सिंगार आयी हूँ
बनके बहार आयी हूँ
लेके करार आयी हूँ
फूंलों की ाँगड़ाईया
तारो की परछाईया
दिल में उतर आयी हूँ
ो बनके बहार आयी हूँ
बिगड़ी बनाले मेरी
सुन मतवाले
जले मन्न में खुँसी के दिए
चमके उजले जरा
नज़ारे मिला ले
हे जग नसीब है
मंजिल करीब है
मै तेरी दुनिया सवार आयी हूँ
बनके बहार आयी हूँ
लेके करार आयी हूँ
फूलों की ाँगड़ाईया
तारो की परछाईया
दिल में उतर आयी हूँ
ो बनके बहार आयी हूँ
लेके करार आयी हूँ
फूंलों की ाँगड़ाईया
तारो की परछाईया
दिल में उतर आयी हूँ
ो बनके बहार आयी हूँ
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