Luttna (Saif Ul Malook) lyrics
by Pritam
जेह मैं तेनू बहार ढूंडां
तह मेरे अंदर कौन समय
जेह मैं तैनु अंदर ढूंढन
तेह बहार किसड़ी माया
अंदर तू हैं बहार तू हैं
वेखन हर तहाँ तेरा साया
मैं भी तू है
तेह तू भी तू है
रटता फरक नज़र न आया
यार आज लुट्टन हाय लुट्टन
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन हाय लुट्टन
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन हाय लुट्टन
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन हाय लुट्टन
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन हाय लुट्टन
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन
यार आज लुट्टन
लोग चिराग जलाते घी के
मैं दिल का दीप जलाया
लोग है कहते कसम वफ़ा की
मैं ज़हर हिजर डा खाया
लोग गवांडे दिल इश्क़ में
लोग गवांडे दिल इश्क़ में
मैंने अपना आप गवायाँ
फिर भी मेरा भुजना हाय
मेरे सोने यार को भाया
जेह मैं नदियाँ
त तू पानी
मैं त बिन तेरे सुख जाना
मैं त बिन तेरे सुख जाना
जेह तू पानी
तह मैं प्यासी
जेह तू पानी
तह मैं प्यासी
मैं त बिन तेरे मुख जाना
मैं त बिन तेरे मुख जाना
दिल दा लगना आग डा लगना
यारा सब कुछ है जल जाना
न तोह धुआँ न चिंगारी
यहाँ कुछ भी नज़र न आना
आज खेलें खेल वफ़ा का
आज खेलें खेल वफ़ा का
यह खेल है बहुत पुराना
या तू मेरा या मैं तेरी
है चौखट पर मर जाना
यार आज लुट्टन हाय लूटना
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन हाय लूटना
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन हाय लूटना
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन हाय लूटना
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन हाय लूटना
हो दिल टूटना टूटना टूटना
यार आज लुट्टन