Jagjit Singh - Hothon Se Chhu Lo Tum (Hindi Version) lyrics
by Jagjit Singh
होंठों से छू लो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
बन जाओ मीत मेरे
मेरी प्रीत अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
ना उम्र की सीमा हो
ना जन्म का हो बंधन
ना उम्र की सीमा हो
ना जन्म का हो बंधन
जब प्यार करे कोई
तो देखे केवल मन
नयी रीत चलाकर तुम
ये रीत अमर कर दो
आकाश का सूनापन
मेरे तनहा मन में
आकाश का सूनापन
मेरे तनहा मन में
पायल छनकाती तुम
आ जाओ जीवन में
सांसें देकर अपनी
संगीत अमर कर दो
जग ने छीना मुझसे
मुझे जो भी लगा प्यारा
जग ने छीना मुझसे
मुझे जो भी लगा प्यारा
सब जीता किये मुझसे
मैं हरदम ही हारा
तुम हार के दिल अपना
मेरी जीत अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
मेरा गीत अमर कर दो