मेरे दिल का तुमसे - Mere Dil Ka Tumse lyrics

by

K.S. Chithra


मेरे दिल का तुमसे है कहना
बस मेरे ही रहना
नहीं तो समझे
मेरे दिल का तुमसे है कहना
बस मेरे ही रहना
नहीं तो समझे

ओ अपनी हो ये दास्ताँ
बनके रहें हम यहाँ
दो जिस्म और एक जाँ
समझो जो कहती हूँ

मेरे दिल का तुमसे है कहना
बस मेरे ही रहना
नहीं तो समझे
मेरे दिल का तुमसे है कहना
बस मेरे ही रहना
नहीं तो समझे

मैं तो यही बस चाहूँ
के मुझको चाहो हर घड़ी तुम
कितनी मैं हसीं हूँ
मुझे समझाओ हर घड़ी तुम
हूँ दिल में समाओ मुझे
पास बुलाओ मुझे
देखे ही जाओ मुझे
समझो जो कहती हूँ
मेरे दिल का तुमसे है कहना
बस मेरे ही रहना
नहीं तो समझे

हो हो आ हा हा हा हा

तुमसे कहूँ मैं कैसे
हैं कैसे-कैसे अरमाँ जागे

हाँ हाँ गुम से होश हैं जैसे
के अब आँखों से नींद भागे
हाँ बढ़ती हैं बेचैनियाँ
महकी हैं तनहाइयाँ
अब क्योँ रहें दूरियाँ
समझो जो कहती हूँ

मेरे दिल का तुमसे है कहना
बस मेरे ही रहना
नहीं तो समझे
मेरे दिल का तुमसे है कहना
बस मेरे ही रहना
नहीं तो समझे

ओ अपनी हो ये दास्ताँ
बनके रहें हम यहाँ
दो जिस्म और एक जाँ
मेरे दिल का तुमसे है कहना
बस मेरे ही रहना
नहीं तो समझे
समझे
समझे
समझे
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