Zehreelay lyrics

by

Shankar Ehsaan Loy


One, two, three, four

घास में है तिनके जीतने
रेंगते हैं साँप उतने
क्या बताऊं है यह कितने
साँप ही साँप है यहाँ वहाँ

जग में साँप बस्ते है
सबको साँप डसते है
बैठे कुंडली मार के
साँप फनकारे
साँप है फंकारते

ज़हरीले ज़हरीले
काले नीले पीले
पत्थर की है आँखें
दाँत है नौकिले

दुनिया साँपों का बन है
चेहरा सब का जैसे फॅन है
बैठे कुंडली मार के
साँप फनकारे
साँप है फंकारते

ज़हरीले ज़हरीले
काले नीले पीले
पत्थर की है आँखें
दाँत है नुकीले
जग में साँप बस्ते है
सबको साँप डसते है
बैठे कुंडली मार के, साँप फनकारे
साँप है फंकारते

ज़हरीले ज़हरीले, काले नीले पीले
पत्थर की है आँखें, दाँत है नुकीले
ज़हरीले ज़हरीले, काले नीले पीले
पत्थर की है आँखें, दाँत है नुकीले
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