Toh Zinda Ho Tum lyrics

by

Farhan Akhtar


["Toh Zinda Ho Tum" के बोल]

[Verse]
दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो तो ज़िंदा हो तुम
नज़र में ख्वाबों की बिजलियाँ लेके चल रहे हो तो ज़िंदा हो तुम
हवा के झोंकों के जैसे आज़ाद रहना सीखो
तुम एक दरिया के जैसे लहरों में बहना सीखो
हर एक पल एक नया समा देखे यह निगाहें
जो अपनी आँखों में हैरानियाँ लेके चल रहे हो तो ज़िंदा हो तुम
दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो तो ज़िंदा हो तुम
A B C D E F G H I J K L M N O P Q R S T U V W X Y Z #
Copyright © 2012 - 2021 BeeLyrics.Net